Dreaming – Imaginations Nov 17, 2024 Shiva Sutras स्वप्नो विकल्प: मन मात्र से उत्पन्न होने वाले असाधारण विषय विकल्प ही स्वप्न है| अर्थात अपनी आत्मा में अपने आप से उत्पन विकल्प स्वप्न है | यह शिव सूत्र कहता है कि मन से उत्पन्न होने वाले असाधारण विचार ... Dream Shiv Sutra Read more
Gyanm Jagrata Nov 6, 2023 Shiva Sutras ज्ञानं जाग्रत इन्द्रिय और विषय के संयोग से होने वाले ज्ञान को जाग्रत कहते है जब हमारी इन्द्रियाँ किसी विषय से संपर्क करती हैं, तो हम उस विषय के बारे में ज्ञान प्राप्त करते हैं। उदाहरण के लिए, जब हम को... Knowledge Shiv Sutra gyan Read more
Jagrat svapna susupta bhede turya bhoga sambhavah Sep 9, 2023 Shiva Sutras जाग्रत्स्वप्न्सुषुप्तिभेदे तुर्याभोग सम्भव: जाग्रत, स्वप्न और सुषुप्ति के भेद होने पर भी तुर्याभोग मतलब परमानन्द की अनुभूति होती है | भेद में भी अभेद का ज्ञान नित्य या निरंतर रहता है | इसका गहरा अर्थ ... Anand Bhakti Sutra Read more
Shakti Chakra Sandhane Vishv Sanhar Aug 5, 2023 Shiva Sutras शक्तिचक्रसन्धाने विश्वसंहारः भैरव के संदर्भ में, भैरवी नामक महान शक्ति अग्नि के विनाशकारी बल का अवतार है। यह बल संसार के विघटन या विनाश का प्रतीक है, जो अंतिम रूपांतरण या विघटन की स्थिति को दर्शाता है... Shakti Shiv Sutra Read more
Udhyamo Bhairavah Jul 22, 2023 Shiva Sutras उद्यमो भैरव: उद्यम अर्थात प्रयत्न ही भैरव है। उक्त बंध की निवृति के लिए जो पूर्णहिंता भाव है अर्थात मैं ही सर्वरूप हूँ ऐसा जिसका सवरूप है। यही विकल्पों का नाशक तथा अन्तः स्पंदन रूप होने से इसे भैरव कह... Shiv Sutra Read more
Gyanadhistanam Matruka Jul 7, 2023 Shiva Sutras ज्ञानाधिष्ठानं मातृका ज्ञान का आधार वर्णमाला है | इस लोक में ऐसा कुछ भी नहीं है जो शब्द से अनुगत न हो | शब्द से बिद्ध यह सारा विश्व शब्द से ही प्रकाशित है | इसी के द्वारा अंतरानुसन्धान रहित जो बहिर्मु... Knowledge Shiv Sutra Read more
Yonivarga, Kala, and Sharira Jun 30, 2023 Shiva Sutras योनिवर्ग: कला शरीरम् योनिवर्ग, कला, शरीर - यह तीन मल है, इस ज्ञान समूह से निवृत होने पर बन्ध भी निवृत हो जाता है | यह बन्ध तीन प्रकार का है| योनि अर्थात मायीय मल, आवरणात्मक आणव मल, जो निज स्वरुप को नि... Shiv Sutra Read more
Gyan Bandha Jun 30, 2023 Shiva Sutras यदि आत्मा नित्य चेतनस्वरूप है तो बन्ध कोटि में क्यों आया? इसीलिए कहते है ज्ञानं बन्धः मन के साथ इन्द्रियों का संयोग होकर जो वृत्तिरूप ज्ञान होता है उनको आत्मा अनुभव करता है| ये ज्ञान ही बन्ध पद से कहा... Shiv Sutra Read more
Chaitanyamatma Jun 30, 2023 Shiva Sutras शिव-सूत्र से प्रतिपाद्य परमलक्ष्य का आधारभूत चेतनस्वरूप जो परमात्मा है उस पहले सूत्र से बताते है| The fundamental conscious form of the ultimate goal, which is the Supreme Soul or Supreme Being, is re... Shiv Sutra Read more